एक
क्योंकि तुम जाग रही हो दुनिया के दूसरे कोने मेंयहाँ मेरी नींद की चादर छोटी
नींद का बिस्तर छोटा
नींद की तासीर जैसे आधी रह गई
बदन के कुछ ही हिस्सों तक पहुँचती है नींद
और मैं अधूरे सपने ही देखता हूँ
आधी थकान बची रहती है
आधी थकान क्या तुम्हें सताती है
क्या तुम्हें भी आती है नींद अधपकी
दुनिया के दूसरे कोने में
(अगस्त 2008)
दो
लंबा है सफ़रअटलांटिक गहरी नींद में पार करना
अतातुर्क एयरपोर्ट पे झपकी लेना
और सोते हुए चुन लेना
तस्वीरों के सिलसिले
किस्सों के लिए माकूल लफ़्ज़
लेकिन
पहुँचो घर तो
हैंडबैग से निकाल
मलना मेरी आँखों पर
सबसे पहले
अपने बीस दिनों के ख़्वाब
(अगस्त 2008)
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